
अतिक्रमण हटाए जाने के खिलाफ शनिवार को सांसद आवास घेराव कर रही डायमंड क्रॉसिंग की महिलाओं व भाजपा नेताओं के बीच हुई विवाद ने रविवार को तूल पकड़ लिया। डायमंड क्रॉसिंग की महिलाएं मारपीट और दुर्व्यवहार के आरोपी भाजपा के नेताओं के खिलाफ सड़क उतरी और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। इधर, रविवार काे पूरे दिन सांसद आवास पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा। भाजपा ने इस मुद्दे काे सांसद की सुरक्षा का मुद्दा बना कर एसएसपी से मुलाकात की और अपनी बात रखी।
डायमंड क्रॉसिंग की महिलाओं ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग, कहा- भाजपा नेताओं ने मारपीट की, तत्काल गिरफ्तारी हो
सांसद आवास पहुंची महिलाओं के साथ मारपीट के आराेपी भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी मांग काे लेकर रविवार काे डायमंड क्राॅसिंग के लाेगाें ने रणधीर वर्मा चाैक पर प्रदर्शन किया और आराेपियाें की गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थी। रेलवे पीड़ित शाेषित समाज के बैनर तले रणधीर वर्मा चाैक पहुंची नीतू देवी ने बताया कि हमलाेग सांसद मिलकर अपनी पीड़ा रखना चाहते थे। वहां जाने पर पता चला कि सांसद घर पर नहीं हैं। वे सभी वहीं शांतिपूर्ण ढंग से धरना पर बैठ गई और उनके आने का इंतजार करने लगी। इतने में सांसद समर्थक और भाजपा नेता वहां पहुंचे और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उनकी पिटाई से एक महिला बेहाेश भी हाे गई। भाजपा नेताओं ने शंकर चाैधरी और संजय कुशवाहा के साथ भी मारपीट की। उन्हाेंने कहा कि प्रशासन सभी आराेपियाें काे तत्काल गिरफ्तार करे। इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। प्रदर्शन में उर्मिला देवी, रीता देवी, दीपाली समेत अन्य शामिल थीं।
रेलवे की भूमिका सही नहीं- विधायक
विधायक राज सिन्हा ने सांसद आवास पर हुए हंगामे काे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसा नहीं हाेना चाहिए। लाेगाें की परेशानी थी ताे उन्हें सांसद से मिल कर बात करनी चाहिए थी। उन्हाेंने कहा कि रेलवे की भूमिका सही नहीं है। ठंड में किसी काे घर से बेघर करना मानवता के खिलाफ है। अगर अतिक्रमण अभियान चलान है ताे केवल डायमंड क्राॅसिंग ही क्याें, धनबाद से लेकर गाेमाे तक अभियान चलाया जाए।
महानगर अध्यक्ष के नेतृत्व में एसएसपी से मिले भाजपा के नेता, कहा- मामले में स्वार्थी तत्वों का हाथ, अपना स्वार्थ साध रहे

सांसद आवास के घेराव के दौरान हुए विवाद काे लेकर रविवार काे महानगर अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मिला और उन्हें घटना की विस्तृत जानकारी दी। चंद्रशेखर सिंह ने एसएसपी काे बताया कि यह केवल आवास घेराव का मामला नहीं, बल्कि सांसद की सुरक्षा का सवाल है। उन्हाेंने कहा कि आवास का घेराव भी बिना किसी पूर्व सूचना के किया गया, वह भी तब जब सांसद अपने आवास में नहीं थे। उन्हाेंने पूरे प्रकरण में धनसार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया और कहा कि धनसार पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है। इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है। चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि इस प्रकरण में कुछ स्वार्थी तत्व है, जाे महिलाओं काे आगे कर अपना स्वार्थ साधने में लगे हुए है। उन्हाेंने एसएसपी से ऐसे तत्वाें की क्रियाकलापाें की भी जांच की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में संजय झा, नितिन भट्ट, मानस प्रसून, महेश पासवान, अमलेश सिंह, पंकज सिन्हा, उमेश यादव व आशीष पासवान शामिल थे।
सांसद की चेतावनी... तो धरना पर बैठेंगे
मामले में सांसद पीएन सिंह ने कहा कि एक साजिश के तहत उनके आवास पर हंगामा कराया गया है। हंगामा किसने कराया है, इसकी भी जानकारी पुलिस काे है, लेकिन पुलिस काेई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्हाेंने कहा कि मकर संक्रांति तक वह पुलिसिया कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। मकर संक्रांति तक पुलिस ने काेई कार्रवाई नहीं की ताे वे खुद एसएसपी कार्यालय में धरना पर बैठ जाएंगे। काेई साथ दे या नहीं दे। वे अकेले धरना पर बैंठेंगे।
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